अंतर्राष्ट्रीय
07-Sep-2024
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ओटावा (ईएमएस)। भारतीयों को वीजा देने में भेदभाव करने वाली कनाडा की ट्रूडो सरकार को भारत ने झाड़ दिया है। भारत ने कनाडा से भारतीयों की प्राथमिकता और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान को देखकर वीजा गतिविधि में पारदर्शिता और गति लाने को कहा है। भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में कनाडा की 12वीं व्यापार नीति समीक्षा चर्चा के दौरान यह मुद्दा उठाया। खालिस्तानी अलगाववादियों के मुद्दे पर भारत से तनाव के ट्रूडो सरकार भारतीयों को वीजा देने में आनाकानी कर रही है। भारत से पढ़ाई के लिए जाने वाले युवा इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। डब्ल्यूटीओ में समीक्षा चर्चा के दौरान भारत ने कहा, कनाडा उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्यों में से एक है। भारत ने कनाडा में भारतीयों को धमकी का मुद्दा भी उठाया। भारत ने कहा, कनाडा में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के मुद्दों को भी उचित रूप से संबोधित किया जाना चाहिए, जिसमें आवास, धमकी की घटनाएं और सुरक्षा आदि शामिल हैं। भारत की पर्यटन सांख्यिकी रिपोर्ट 2022 के उपलब्ध अनुमानों के अनुसार, 18 लाख छात्रों के साथ कनाडा भारतीयों के लिए विदेश में पढ़ाई के लिए दूसरा सबसे पसंदीदा स्थान था। डब्ल्यूटीओ में भारत ने कपड़े, ड्रेस, ज्वैलरी और रत्नों के साथ चमड़े और जूतों के क्षेत्र में कनाडा द्वारा लगाए गए उच्च शुल्कों पर भी विशेष रूप से चिंता व्यक्त की। इसमें कहा गया कि इन क्षेत्रों में कनाडा मुख्यतः आयात पर निर्भर है और विकासशील देश मुख्य रूप से इन वस्तुओं का निर्यात कनाडा को करते रहे हैं। ट्रूडो सरकार ने देश में बाहर से आने वाले प्रवासियों की संख्या में कमी लाने की घोषणा की है। कनाडा का आव्रजन विभाग तेजी से वीजा आवेदनों को खारिज कर रहा है। इसके साथ ही तेजी से विदेशी नागरिकों को वापस भी भेजा जा रहा है। आशीष दुबे / 7 सिंतबर 2024