07-Sep-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। 2,000 करोड़ रुपए (लगभग 234 मिलियन) की वजीर एक्स चोरी के पीछे के हैकर्स ने चुराए गए डिजिटल संपत्तियों को निकालना शुरू कर दिया है और टोर्नेडो कैश प्लेटफॉर्म के माध्यम से 12 मिलियन डॉलर से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग की है। रिपोर्ट के अनुसार, टोर्नेडो कैश के जरिए हैकर्स ने 12 मिलियन डॉलर से अधिक की एथेरियम (ईटीएफ) की लूट की है, जिसमें लगभग 2 मिलियन डॉलर की ईटीएफ की जमा भी शामिल है। हैकर ने 5,000 ईटीएफ (जिसकी कीमत 12 मिलियन है) को एक नए पते पर ट्रांसफर किया है और चुराए गए फंड्स की मनी लॉन्डरिंग के टोर्नेडो कैश माध्यम से शुरू कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार, वजीर एक्स हैकर्स की मनी लॉन्डरिंग तकनीक उत्तर कोरिया समर्थित समूह की तकनीक से मिलती-जुलती है, जो वैश्विक क्रिप्टो चोरी के मामलों में शामिल है। वजीर एक्स ने स्वीकार किया है कि इसके लगभग 43 प्रतिशत उपयोगकर्ता डिजिटल संपत्तियों की चोरी के कारण अपने पैसे खो सकते हैं। प्लेटफॉर्म ने कहा है कि ग्राहकों को संभवतः अपने निवेश का 43 प्रतिशत हिस्सा खोना पड़ सकता है। वजीर एक्स ने सिंगापुर हाईकोर्ट से छह महीने की सुरक्षा की मांग की है जबकि वह अपने दायित्वों का पुनरवर्गन कर रहा है। भारतीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनस्वि ने वजीर एक्स पर मुकदमा दायर किया है ताकि शेटटी द्वारा संचालित प्लेटफॉर्म पर फंसे हुए फंडों की वसूली हो सके। विशेषज्ञों के अनुसार, इस साइबर अपराध के पैमाने को देखते हुए एक गहन जांच की आवश्यकता है। यह मामला भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए प्रभावी नियमन और नियमों की बढ़ती आवश्यकता को रेखांकित करता है। आशीष दुबे / 7 सिंतबर 2024