राज्य
07-Sep-2024
...


नई दिल्ली (ईएमएस)। नरेला में अब हाई सिक्योरिटी जेल के साथ एक केंद्रीय जेल भी बनाया जाएगा। हाई सिक्योरिटी जेल में जहां 250 कैदी रहेंगे, वहीं नए केंद्रीय जेल में दो हजार कैदियों को रखने की जगह होगी। करीब दो वर्ष के भीतर इस जेल के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। नए केंद्रीय जेल के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। तिहाड़, रोहिणी और मंडोली के बाद नरेला में दिल्ली के चौथे जेल परिसर के निर्माण की मूल योजना के तहत यहां हाई सिक्योरिटी जेल का निर्माण होना था। इस जेल में उन खूंखार अपराधियों या कैदियों को रखा जाना है, जो गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं या सजायाफ्ता हैं या फिर जिनकी सुरक्षा काफी संवेदनशील होती है। हाई सिक्योरिटी जेल की क्षमता 250 कैदियों की है। जेल प्रशासन के अनुसार नरेला में जेल निर्माण के लिए जितनी जगह मिली, वह इतनी है कि हाई सिक्याेरिटी जेल के निर्माण के बाद भी काफी जगह खाली बच रही है। इस खाली जगह का इस्तेमाल करते हुए अब यहां एक केंद्रीय जेल के निर्माण की योजना तैयार की गई है। इस योजना को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी मिल चुकी है। सबकुछ सही रहा तो हाई सिक्योरिटी जेल के निर्माण के साथ ही यहां नया केंद्रीय जेल भी बनना शुरू हो जाएगा। तिहाड़ में अभी करीब 20 हजार कैदी बंद हैं, जबकि क्षमता करीब 10 हजार की है। नया केंद्रीय जेल बनने के बाद यहां दो हजार कैदी स्थानांतरित हो जाएंगे। इस लिहाज से देखें तो क्षमता से अधिक कैदी की समस्या से जूझ रहे तिहाड़ जेल की समस्या का करीब 20 प्रतिशत तक समाधान हो जाएगा। अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/07/सितम्बर/2024