क्षेत्रीय
12-Aug-2024
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जेल यात्रा के दौरान बनाई थी योजना, लूटेरो में महिला भी शामिल 500 सीसीटीवी, सैकड़ो मोबाइल नबंरो की पड़ताल, 28 कर्मचारियो से पूछताछ के बाद मिला सुराग भोपाल(ईएमएस)। राजधानी के गोविंदपुरा थाना इलाके के रचना टॉवर में स्थित शराब कंपनी के ऑफिस में हुई लाखो की सनसनीखेज लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात का मास्टरमांइड शराब कंपनी का पूर्व कर्मचारी (ड्रायवर) निकला जिसने उत्तर-प्रदेश के बदमाशों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियो की मुलाकात मुल्ताई जिला बैतूल जेल में हुई थी, और वहीं मास्टरमांइड ने लूट की योजना बनाई थी। वारदात में एक महिला भी शामिल है, जिसने आरोपियो को घटना स्थल तक छोड़ा और फिर फरार होने भी उनकी मदद की थी। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कमिशनर हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि फरियादी आर. एस. लीकर शराब कम्पनी के मुनीम श्याम सुंदर जैसवाल ने रिपोर्ट करते हुए बताया की उनकी शराब कंपनी का फ्लेट नं. 1/108 रचना टावर में ऑफिस है। शराब कम्पनी की भोपाल में चार दुकानें हैं, सभी दुकानो के दिनभर का पैसो का कलेक्शन रात में फ्लैट पर आ जाता हैं। बीती 7 अगस्त को सुबह करीब सवा आठ बजे मेन गेट से खटखटाने की आवाज आने पर उन्होने दरवाजा खोला। सामने खड़े दो लड़को ने वीरेन्द्र से मिलने का कहा। वह उन्हें लेकर अंदर आ गये भीतर आये दोनो बदमाशो ने गालियां देते हुए थप्पड़ मारे और उनपर कट्टा अड़ाते हुए केश के बारे में पूछा। डर के कारण वह दोनो बदमाशो को ऊपर वाले कमरे में ले गये। वहॉ से बदमाश अलमारी में रखा 11 लाख से अधिक का कैश बैग में रखकर फरार हो गये। उकने जाने के बाद उन्होनें बदमाशो द्वारा हाथ और मुंह पर लगा टेप जैसै-तैसे खोलकर फ्लैट के अदंर वाले कमरे में सो रहे अन्य कर्मचारियो को आवाज दी। गोविंदपुरा पुलिस ने अज्ञात आरोपियो के खिलाफ मामला कायम कर उनकी तलाश शुरु की। मामले की गंभीरत को देखते हुए गोविंदपुरा, मिसरोद, बागसेवनियां और क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारियों सहित थानों की 8 टीमें गठित कर छानबीन में जुटाई गईं। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को संदेह हुआ कि शराब कंपनी के किसी पूर्व अथवा वर्तमान कर्मचारी की मिलीभगत से ही वारदात को अंजाम दिया गया है। संदेह के आधार पर पुलिस ने कंपनी के भोपाल में काम करने वाले 28 कर्मचारियों से पूछताछ की। साथ ही पुलिस टीमों ने घटनास्थल की सड़को पर लगे 25 किलोमीटर एरिया और रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, पार्किंग्स, सुलभ शौचालय, रैनबसेरे, होटल, लाज, ढाबे औरशराब दुकान के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। जॉच के दौरान पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा की वारदात में शराब कंपनी का पूर्व कर्मचारी मदनलाल सेन शामिल है। पुलिस ने मदन लाल सेन पिता नोने लाल सेन (37) निवासी आदर्श कालोनी, थाना बण्डा, जिला सागर (म.प्र.) को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की। मदनलाल ने खुलासा किया की साल 2021-22 में शराब कंपनी की दो महिलाओ की दोहरी हत्या के मामले में वह बैतूल जेल में बंद था। जेल में उसकी पहचान संजय कुमार कश्यप उर्फ संजू उर्फ सोनू रायपुर पिता सहाब सिंह कश्यप (22) निवासी- ग्राम ककड़ीपुर थाना रमाला जिला बागपत (यूपी) से हुई थी, संजय आमला पेट्रोल पंप में लूट के मामले में गिरफ्तार होकर मुल्ताई जेल में बंद था। जेल में ही उसने संजय के साथ मिलकर शराब कंपनी के ऑफिस में लूट की प्लानिंग बनाई थी। अपनी योजना में उसने भोपाल में रहने वाली अपनी मुंहबोली दीदी सुषमा रायकवार पिता मदन लाल रायकवार (41) को भी पैसो का लालच देकर शामिल कर लिया। सुषमा अप्सरा कलारी के सामने चखना, पानी पाउच की दुकान चलाती है। · ऐसे दिया था वारदात को अंजाम प्लानिंग के मुताबिक मदनलाल ने संजय और यूपी में ही रहने वाले उसके साथी चरण जाट को 6 अगस्त को रात में गोंडवाना एक्सप्रेस ट्रेन से भोपाल बुलाते हुए रैकी करवाई। बाद में मदनलाल सेन ने दोनों बदमाशों को अपनी मुंहबोली बहन सुषमा रायकवार के दो पहिया वाहन से घटनास्थल के पास छोड़ दिया। बदमाशों ने करीब एक घंटे तक रचना टावर में रैकी की और मौका पाकर वारदात को अंजाम दे दिया। लूट करने के बाद दोनों बदमाश योजना के मुताबिक पैदल भागकर सुभाष नगर विश्राम घाट पहुंचे। वहां मदन लाल सेन और सुषमा रायकवार स्कूटी लेकर पहले से तैयार खड़े थे। दोनो बदमाशों के आते ही सुषमा रायकवार अपनी स्कूटी से उन्हें लेकर गोविंदपुरा इन्ड्रस्टिल एरिया आईटीआई गेट पहुंची। वहॉ दोनों आरोपियों को उनके हिस्से की रकम देकर फरार करवा दिया। इसके बाद सुषमा रायकवार और मदन लाल सेन ने अपने मोबाइल बंद कर लिये। पूलिस ने मदनलाल सेन, सुषमा और संजय को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल किया गया वाहन, देशी कट्टा, चार राउंड और नगदी बरामद की हैं। पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि उन्होनें लूटी गई रकम अपने घरों में छिपाकर रखी थी, वहीं काफी रमम बैंकों में जमा करा दी है, पुलिस ने उनके बैंक खाते फ्रीज करा दिये हैं। पुलिस फरार आरोपी की सरकर्मी से तलाश कर रही है। सनसनीखेज लूट की वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को डीजीपी सुधीर सक्सेना द्वारा सम्मानित कर बधाई दी गई। जुनेद / 12 अगस्त