राज्य
27-Jul-2024


प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी भोपाल (ईएमएस)। प्रदेश की राजधानी भोपाल के अलावा रायसेन, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, श्यौपुरकलां, शिवपुरी, बुरहानपुर, बैतूल, खंडवा, हरदा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, सीधी, सागर, नरसिंहपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष स्थानों पर मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर तीन अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रायसेन में 83, नर्मदापुरम में 53, पचमढ़ी में 43, भोपाल में 30, नौगांव में 25, छिंदवाड़ा में 22, उज्जैन में 18, रतलाम एवं धार में नौ, गुना एवं मलाजखंड में आठ, खजुराहो एवं सीधी में तीन, बैतूल एवं इंदौर में एक, सतना में 0.5 और जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उससे लगे गांगेय क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, रोहतक, दिल्ली, आगरा, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है।दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। महाराष्ट्र पर विपरीत हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अलावा अलग स्थानों पर तीन अन्य मौसम प्रणालियां भी बनी हुई हैं। भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा सहित 20 जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में भी मध्यम स्तर की वर्षा होने के आसार हैं। उधर, बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने के कारण प्रदेश में वर्षा का सिलसिला आगे भी बना रहने की संभावना है अच्छी वर्षा से सैलाना के दोनों केदारेश्वर में करीब 30 फीट ऊंचाई से झरना गिरना प्रारंभ हो गया है। जिले में अब तक औसत 359.13 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इस अवधि में 575.75 मिमी पानी बरसा था।रतलाम में शुक्रवार को दिनभर रुक-रुककर रिमझिम-तेज वर्षा होती रही। इससे वातावरण खुशनुमा बना रहा। गुरुवार रात तेज वर्षा से रतलाम की सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया था। 24 घंटे में शहर में 151 मिमी और बाजना में 180 मिमी वर्षा हुई। सुदामा नरवरे/27 जुलाई 2024