-एक्सपर्टस बोले- ऐसी गलती लोगों को नहीं करनी चाहिए नई दिल्ली (ईएमएस)। आजकल लोग ब्रश करते वक्त जब कुल्ला करते हैं, तो बाथरूम सिंक के नल वाले पानी से ही करते हैं, जो कभी-कभी उनके मुंह से होते हुए पेट में चला जाता है। पर अब एक्सपर्ट्स ने इसके बारे में सख्ती से बताया है कि ऐसी गलती लोगों को नहीं करनी चाहिए। उन्होंने जो कारण बताया, वो काफी हैरान करने वाला है। भारत में आज भी बहुत लोगों को साफ पानी नहीं मिलता है, पर कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने घर में प्योरिफायर लगाया हुआ है। जिनके यहां प्योरिफायर नहीं है, ये खबर उनके लिए बेहद जरूरी है। एक रिपोर्ट के अनुसार विदेशों में पानी साफ है, इस वजह से ये काफी आम बात है कि लोग सीधे नल से पानी पी लेते हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर अक्सर डिबेट होता है। बहुत से लोग बोलते हैं कि वो पानी गंदा होता है, जबकि बहुत लोग कहते हैं कि उसका स्वाद अच्छा होता है। एक एक्सपर्ट्स ने कहा है कि अगर नल से ही पानी पीना है तो बाथरूम के नल से पानी पीने की जगह किचन के नल से पानी पीना बेहतर विकल्प होता है। कंपनी ने वॉटरसेफ के साथ मिलकर ब्रिटेन में एक शोध किया और पाया कि बाथरूम के नल से पीया गया पानी, किचन के पानी की तुलना में कम फ्रेश होता है। 1970 तक ब्रिटेन में जो घर बनते थे, उसमें लीड का पाइप इस्तेमाल होता था। हालांकि, धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल बंद किया गया क्योंकि पानी के साथ मिलकर लीड जहर फैला सकता है। ब्रिटेन के पुराने घरों में आज भी यही व्यवस्था होगी।दूसरी ओर किचन में जो पानी आता है, वो सप्लाई वाला पानी होता है, जिसे मेंस कहते हैं। ये पानी वो है जो प्रशासन द्वारा हर किसी के घरों में भेजा जाता है। कई घरों में वॉटर टैंक होता है जिसमें पानी भर कर बाथरूम में इस्तेमाल करने के लिए रखा जाता है। रुका हुआ पानी और ज्यादा गंदा हो जाता है, इस वजह से उसे पीने से पेट खराब हो सकता है या फिर किसी और तरह की बीमारी हो सकती है। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस शोध को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। बता दें कि पुराने समय में जब घरों में प्योरिफायर नहीं होते थे, तब लोग सीधे नल से पानी पी लेते थे। बाथरूम के सिंक के नल से भी पानी पी लेना आम बात हुआ करती थी। ऐसा इसलिए क्योंकि सप्लाई वाला पानी पुराने समय में इतना साफ होता था कि उसे पिया जा सकता था। सुदामा/ईएमएस 26 जुलाई 2024