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25-Jul-2024
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-चेयरमैन को बंधक बनाया भोपाल (ईएमएस)। राजधानी भोपाल में गुरुवार दोपहर करीब 12.30 बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ने शाहपुरा स्थित ओराइन्स इंटरनेशनल स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। स्कूल के चेयरमैन ज्ञानेंद्र भटनागर को बंधक बना लिया और सेक्रेटरी अभिनव भटनागर के साथ मारपीट कर कांच से हमला कर जख्मी कर दिया। चेयरमैन और सेक्रेटरी का आरोप है कि हमलावर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता थे। घटनाक्रम के बाद आरोपियों के स्कूल से निकलते हुए वीडियो फुटेज भी सामने आए हैं। अभिनव भटनागर ने शाहपुरा थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि दोपहर 12 बजे के करीब कुछ असामाजिक तत्व विद्यार्थी परिषद के नाम से स्कूल में आए। सभी बच्चों और प्रिंसिपल कमलेश राठौर से विद्यार्थी परिषद में रजिस्ट्रेशन का चंदा मांगा। प्रिंसिपल ने कहा कि इस तरह से सभी का चंदा संस्था नहीं दे सकती। जिनकी इच्छा होगी, वो खुद अपना देंगे। इस पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि सभी बच्चों का एक साथ पैसा दे दीजिए। हम उनका रजिस्ट्रेशन कर देंगे। इसके बाद उन लोगों ने हंगामा किया और प्रिंसिपल कमलेश राठौर को कमरे में बंद कर मारपीट करने लगे। किसी तरह दरवाजा खोलकर वे बाहर निकले। तभी पीछे से आकर फिर पकड़ लिया। तभी सेक्रेटरी अभिनव भटनागर भी आ गए। उन्होंने समझाने की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने अभिनव से भी धक्का-मुक्की करते हुए मारपीट की। उन लोगों ने कमरे का कांच का दरवाजा तोड़कर अभिनव के दाएं हाथ में मारा। इससे उन्हें बहुत ज्यादा चोट आई। इसके बाद आरोपी पूरे परिसर में हंगामा करते रहे। वही स्कूल के सेक्रेटरी अभिनव भटनागर ने बताया कि मैं चेयरमैन पिता को दूसरे रास्ते से बाहर ले जा रहा था। मैंने बीच का एक दरवाजा बंद किया। इसमें कांच की खिड़की थी। उन लोगों ने कांच की खिड़की मेरे मुंह पर मारी। उसी से मुझे खींचा। कांच से मेरे चेहरे में घाव हो गया। इसके बाद उन लोगों ने दरवाजा खोल लिया और खिड़की के टूटे हुए कांच से मुझे मारा। हाथ में घाव हुआ है। इसके बाद सिर और छाती पर मुक्के मारे। इसके बाद स्कूल के स्टूडेंट्स और टीचर्स आ गए। इसके बाद उन लोगों से उनका नाम पूछा, लेकिन उन्होंने नाम नहीं बताया। हमले के बाद अभिनव भटनागर थाने पहुंचे, वहां पुलिस ने उन्हें मेडिकल परीक्षण कराने के लिए जेपी अस्पताल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा किन धाराओं में एफआईआर दर्ज करना है।