व्यापार
23-Jul-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि भारत कच्चे तेल की अपनी जरूरत का 85 फीसदी से अधिक भाग आयात करता है। उन्होंने बताया कि कच्चे तेल के मूल्य में वर्ष 2019 की तुलना में दोगुना से अधिक की वृद्धि हुई है और दाम अस्थिर बने हुए हैं। गोपी ने कहा कि भारत विश्व की एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जहां हाल के वर्षों में पेट्रोल और डीजल के दाम कम हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आम लोगों को उच्च अंतरराष्ट्रीय मूल्यों के प्रभाव से बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनमें पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात पर अप्रत्याशित कर, घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सार्वभौमिक सेवा दायित्व के प्रावधानों को लागू करना और पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण बढ़ाना आदि शामिल हैं। गोपी ने बताया कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर नवंबर 2021 और मई 2022 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में क्रमश: 13 रुपये प्रति लीटर और 16 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। उन्होंने कहा ‎कि इसका लाभ पूरी तरह से उपभोक्ताओं को दिया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य सरकारों ने भी नागरिकों को राहत देने के लिए राज्य वैट दरें घटाई हैं। सतीश मोरे/23जुलाई