व्यापार
21-Jul-2024
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- हिमाचल की मंडी में भारी मात्रा में आने लगे रॉयल और अर्ली ‎किस्म के सेब शिमला (ईएमएस)। ‎हिमाचल प्रदेश की मंडी में बागवान भारी मात्रा में सेब व अन्य फल लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं। राजधानी शिमला के ढली स्थित फल मंडी में करसोग और ऊपरी शिमला ठियोग, मतियाना, चौपाल इत्यादि क्षेत्रों से टाइडमेन सेब, सपर, गाला, जेड 1 व रॉयल सहित अर्ली किस्म का सेब पहुंचा। मंडी में फ़सल के अच्छे दाम मिलने से इन दिनों बाग़वानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है। हालांकि महाराष्ट्र सहित देश के कई हिस्सों में बारिश ने मचाई तबाई का असर भी सेब को छोड़कर, अन्य फलों के दामों पर देखने को मिल रहा है। सेब सीजन अभी अपने शुरुआती दौर में है लेकिन जिन फसलों का सीजन अपने अंतिम दौर में उनके भावों में गिरावट आ गई है। ‎हिमाचल के एक बागवान का कहना है कि सेब को तोड़ने में जल्दबाजी ना करें। बल्कि सेब को अच्छी तरह तैयार होने दे। तभी सेब के दाम अच्छे मिलते है। कई बागवान जल्दी के चक्कर में अपना नुकसान करवा देते है। फल मंडी ढली के एक आढ़ती ने बताया कि प्रदेश के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से तीन चार किस्मों वाले सेब टाइडमेन, सपर गाला, जेड 1 और रॉयल इत्यादि वैरायटी के सेब मंडी में पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में बाग़वानों को उनकी फ़सल की गुणवता के अनुसार दाम मिल रहे हैं। शनिवार को टाइड मेन किस्म का सेब 1000 से 1500 तक, रॉयल किस्म का 1500 से 2500 तक और अरली किस्म का बॉक्स 3000 रुपए तक बिका। उन्होंने बताया कि सेब सीजन अभी अपने शुरुआती दौर में है लेकिन जिन फसलों का सीजन पहले से शुरू हो चुका है। जिसमें मुख्य रूप से नाशपाती शामिल है। उनके दामों में महाराष्ट्र सहित देश के अन्य हिस्सों में हो रही भारी बारिश का असर देखने को मिल रहा है। बीते कुछ दिनों में नाशपाती के दामों में 500 से 1000 रुपए तक गिरावट आई है। सतीश मोरे/21जुलाई ---