वेंलिंग्टन (ईएमएस)। अंतरिक्ष,समुद्र और इंसान के मस्तिष्क के बारें में अभी तक सब कुछ पता नहीं चला है। यही कारण है कि कभी कभी ऐसी जानकारी हाथ लग जाती है जो सबसे अलग होती है। समुद्र की गहराइयों के बारे में भी सब कुछ नहीं मालूम है। यही कारण है कि बहुत बार हमें समुद्र से जुड़े ऐसे रहस्यों के बारे में पता चलता है, जो सभी को हैरान कर देता है। हाल ही में न्यूजीलैंड में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसने समुद्र और समुद्री जीवों से जुड़े एक बड़े राज से पर्दा हटाया। दरअसल, यहां पर एक विशाल मछली समुद्र से बहकर किनारे पर आ गई। जब वैज्ञानिकों ने उस मरी मछली की जांच की तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि वो दुनिया की सबसे दुर्लभ प्रजाति की व्हेल है! मछली को एक कोल्ड स्टोरेज में रख दिया गया है और उसकी डीएनए टेस्टिंग चल रही है। एक्सपर्ट्स का दावा है कि मछली की फाइनल पहचान की पुष्टि करने में कुछ हफ्तों का समय लग जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार स्पेड-टूथ्ड व्हेल से जुड़े इतने कम नमूने अब तक मिले हैं और जीवित मछली को अभी तक नहीं देखा गया है, इस वजह से इस मछली के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है। शोधकर्ताओं का मानना है कि उन्हें जो शव मिला है, उसकी मदद से उन्हें मछली के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। 4 जुलाई को न्यूजीलैंड के साउथ आइलैंड पर ओटागा प्रांत में ये व्हेल तट पर बहकर आ गई थी। डिपार्टमेंट ऑफ कंजर्वेशन के ऑफिशियल डेब डेविस ने एक बयान में कहा कि स्पेड-टूथ्ड व्हेल ऐसी मैमल है, जिसके बारे में सबसे कम जानकारी है और इससे जुड़े सिर्फ 6 नमूने अभी तक दर्ज हुए हैं। इस प्रजाति के बारे में सबसे पहले 1874 में मालूम चला था जब मछली का निचला जबड़ा और 2 दांत मिले थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक न्यूजीलैंड के बीच पर इस महीने की शुरुआत में एक शख्स को बीच पर मरी हुई बड़ी सी मछली दिखी थी। अब वैज्ञानिकों ने जांच के बाद उस मछली के बारे में पता लगा लिया है। ये एक स्पेड-टूथ्ड व्हेल है जो व्हेल की बेहद दुर्लभ प्रजाति है। ये इतनी दुर्लभ है कि इसे आज तक जीवित नहीं देखा गया है। 5 मीटर लंबे इस जीव को उसके लंबे चोंच जैसे मुंह, खोपड़ी। दांत और उसके रंग के पैटर्न से पहचाना गया। वीरेन्द्र/ईएमएस 19 जुलाई 2024