- आमने-सामने आने पर भाजपा-कॉग्रेसं में बनी टकराव के हालात - तत्कालीन मंत्री विश्वास सारंग पर एफआईआर क्यों नहीं हो रही, - प्रशासन भाजपा का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा है- जीतू पटवारी भोपाल(ईएमएस)। नर्सिंग कॉलेज की मान्यता को लेकर हुए घोटालों में एमपी सरकार के वर्तमान खेल मंत्री और तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर विपक्ष पूरी तरह से मैदान में आ गया है। विधानसभा में भी विपक्ष ने इस मुददे को जमकर उठाते हुए हंगामा किया था, इसके बाद अब कांग्रेस मामले को लेकर सड़क पर उतर आई है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने एक बार फिर हमलावर होते हुए अशोका गार्डन थाने पहुंचकर प्रर्दशन करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। वहीं थाने में बने मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओ ने सुंदरकांड का आयोजन किया। कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओ का आमना-सामना होने पर विवाद की स्थिति बन गई। हालांकि पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए काफी मशक्कत कर किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति नहीं बनने दी। जानकारी के मुताबिक नर्सिंग कॉलेज घोटाला मामले में मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ मामला दर्ज कराने के पहले से तय कार्यक्रम के चलते गुरुवारको कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, सांसद दिग्विजय सिंह, कांग्रेस विधायकों ने सैकड़ो की संख्या में आये कार्यकर्ताओं के साथ इलाके में स्थित सब्जी मंडी चौराहे से अशोका गार्डन थाने के लिये पैदल मार्च निकाला। मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी करते हुए हाथो में तख्तियो लिये हुए थे, जिन पर नर्सिंग घोटाले के दोषियों पर एफआईआर दर्ज करो तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग इस्तीफा दो जैसै नारे लिखे हुए थे। पूरे जोश में थे नेता और कार्यकर्ता पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस के आला नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह जोश में भरे नजर आ रहे थे। इस दौरान आला नेताओ सहित कार्यकर्ताआ ने रास्ते भर जमकर नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस की रैली में नर्सिंग के छात्रों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। रैली का नेतृत्व संभालते हुए पार्टी का महिला मोर्चा आगे चल रहा था। जिसमें पूर्व महापौर विभा पटेल और अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। थाने के सामने बनी टकराव की स्थिति, पुलिस ने पहले ही कर रखे थे इंतेजाम कांग्रेस के इस प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के प्रबंध कर रखे थे। मौके पर डीसीपी प्रियंका शुक्ला समेत कई पुलिस थानों का भारी बल तैनात किया गया था। साथ ही स्थिति तनावपूर्ण होने पर उससे निपटने के लिए वज्र वाहन भी मौके पर तैनात था। अशोका गार्डन थाने के आसपास बैरिकेडिंग की गई थी। जैसे ही कांग्रेसियो की रैली थाने के पास चौराहे पर पहुंची पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया। पुलिस के रोके जाने से आक्रोशित कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता थाने के सामने सड़क पर ही धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। बनी टकराव की स्थिति इस बीच थाने में बने मंदिर में सुंदरकांड आयोजन में शामिल भाजपा कार्यकर्ता अपने हाथों में उमंग सिंघार और हेमंत कटारे के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लेकर आ गये और नारेबाजी करनी शुरु कर दी। दोनो दलो के कार्यकर्ताओ काआमना सामना होने पर दोनो पार्टियो के कार्यकर्ता बैरिकेड के आर-पार से जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। टकराव के हालात बनता देख अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। इस बीच पुलिस अफसरो ने धरने पर बैठै कॉ्ग्रेसी नेताओ से बातचीत कर समझाइश देने का प्रयास किया। इस दौरान दिग्विजय सिंह की पुलिस के रवैये को लेकर बहसबाजी भी हुई। पुलिस की सूझबूझ से टल गया टकराव शोर-शराबे और हंगामे के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और भोपाल मध्य के विधायक आरिफ मसूद ने थाने के भीतर जाकर पुलिस को मंत्री सारंग के खिलाफ कार्रवाई की मांग का ज्ञापन सौंपा। पुलिस ने कार्यकर्ताओ को थाने के भीतर आने से रोकने के लिये चैनल गेट को बंद कर ताला लगा दिया। वहीं जीतू पटवारी, आरिफ मसूद सहित अन्य कॉग्रेसी नेताओ ने भी कार्यकर्तोओ को थाने के भीतर साथ आने से रोका। ज्ञापन देने के बाद सभी नेता थाने से बाहर आ गए। पुलिस अधिकारियो ने बताया कि कांग्रेस नेताओं ने नर्सिंग घोटाला मामले में तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। आवेदन की जांच के बाद आगे की कार्यवाही का फैसला लिया जाएगा। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि प्रशासन भाजपा का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा है। चार लाख नर्सिंग स्टूडेंट पीड़ित हैं, परेशान हैं। उनकी लड़ाई कांग्रेस नहीं लड़ेगी तो कौन लड़ेगा। उन्होनें कहा की तत्कालीन मंत्री विश्वास सारंग ने नियम बदलवाए, उन पर एफआईआर क्यों नहीं हो रही, क्या कारण है कि प्रशासन बीजेपी का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा है। जुनेद / 18 जुलाई