खूना खून हुए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति: 50 फिट दूर छत पर बैठे युवक ने गोली मारी -ट्रंप ने कहा- मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी गोली वॉशिंगटन(ईएमएस)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप को 50 फिट दूर छत पर बैठे एक युवक ने गोली मार दी। उनके कान को चीरती हुई निकली गोली से वे खूना खून हो गए। ट्रंप पर हमला उस वक्त हुआ जब वे पेंसिलवेनिया में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। हमले के बाद सुरक्षाकर्मीयों ने कुछ ही मिनटों के अंदर बिल्डिंग की छत पर बैठे हमलावर को मार गिराया, और जगह कि छानबीन शुरू कर दी है। वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शीयों के मुताबिक करीब 3 से 4 राउंड गोली ट्रंप की तरफ चलाई गई। जिसमें हमलावर के अलावा एक व्यक्ति की भी मौत हुई है जबकि एक अन्य घायल है। फिलहाल मृत हमलावर या उससे जुड़े अन्य के बारे में कोई विशेष जानकारी सामने नहीं आई है। जैसे ही ट्रंप पर हमला हुआ, सीक्रेट सर्विसेज के सुरक्षाबलों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और उन्हें सुरक्षित जगह पर ले गए। ट्रंप पर तब हमला हुआ, जब वे बटलर में अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे, ये कार्यक्रम कई न्यूज चैनल्स पर लाइव भी जा रहा था। ट्रंप के भाषण के दौरान सातवें मिनट में उनके ऊपर ये हमला हुआ। पुलिस को पता था कि हमलावर छत पर है एक गवाह ने दावा किया कि उसने डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाने वाले शख्स को देखा था, जब वह अपनी कैंपेन रैली कर रहे थे। शख्स ने ईवेंट ग्राउंड के नजदीक स्थित एक बिल्डिंग की छत से डोनाल्ड पर हमला किया था। ग्रेग ने बताया कि शूटर के पास राइफल था और वो बिल्डिंग की छत तक पहुंच गया था। उन्होंने कहा, वह व्यक्ति हमसे 50 फीट दूर इमारत में रेंगकर आया। उसके पास एक राइफल थी। उन्होंने कहा कि पुलिस और सीक्रेट सर्विस को इसकी जानकारी दी है कि एक संदिग्ध आदमी छत पर राइफल के साथ मौजूद है। उन्होंने बताया, मैं खुद में यह सोच रहा था कि ट्रंप अभी तक क्यों बोल रहे हैं और अभी तक उन्हें स्टेज से हटाया क्यों नहीं गया है... .और तभी एक दम से पांच बार गोली चलने की आवाज आती है। फायरिंग का वीडियो सामने आया,बाइडन दिया देश के नाम संदेश डोनाल्ड ट्रंप की रैली पर हुई फायरिंग का वीडियो आ चुका है। इसमें दिख रहा है ट्रंप रैली को संबोधित कर रहे हैं। उसी वक्त गोलियों की तड़तड़हाहट गूंजने लगती है। कुछ सेकंड्स के अंतराल पर ट्रंप अपने कान को छूते हैं और पोडियम के पीछे बैठ जाते हैं। इसके बाद रैली में चीख-पुकार और हंगामा मच जाता है। वहीं, सुरक्षा में तैनात जवान भागकर ट्रंप के पास पहुंचते नजर आते हैं। इसके बाद ट्रंप को सुरक्षित उनके वाहन तक ले जाया जाता है। हालांकि ट्रंप के कान पास से खून बहता नजर आ रहा है। अपने वाहन की तरफ जाते हुए ट्रंप रुकते हैं और भीड़ की तरफ मुट्ठी बांधकर हवा में पंच करते हैं। इस दौरान वह कुछ कहते भी नजर आते हैं, जो स्पष्ट नहीं होता है। वहीं दूसरी तरफ घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने ट्रंप के चिकित्सकों से बात की है और वो ठीक ठाक हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका में इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें, रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार घोषित किए जाने से ठीक एक दिन पहले पूर्व राष्ट्रपति पर गोलियां चलाई गईं। तेज आवाज सुनते ही मुझे गड़बड़ी का हुआ अंदेशा - ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा था, मुझे एक गोली मारी गई जो मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी। ट्रम्प ने कहा, मुझे तुरंत पता चल गया कि कुछ गड़बड़ है, क्योंकि मैंने एक तेज आवाज, गोली की आवाज सुनी और तुरंत महसूस किया कि गोली त्वचा को चीरती हुई निकल गई है।अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप पर स्पष्ट रूप से हत्या का प्रयास किया गया है, जिसमें रैली स्थल के बाहर एक ऊंचे स्थान से मंच की ओर कई गोलियां चलाई गईं और इसमें शूटर की मौत हो गई है। हमले के बारे में ट्रंप ने बताया, मुझ पर गोली चलाई गई, जो मेरे कान के ऊपरी हिस्से को चीरती हुई निकल गई। जब मुझे शॉट्स की हल्की आवाज आईं, तो मैं समझ गया कि कुछ गड़बड़ी है।हमले के बाद वेबसाइट पर ट्रंप ने घटना पर बयान जारी किया है। उन्होंने अमेरिका की सीक्रेट सर्विसेज और लॉ एजेंसीज को त्वरित प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद जारी करते हुए लिखा, मैं रैली में मारे गए व्यक्ति और बुरी तरह घायल हुए व्यक्ति के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। अब तक मृत व्यक्ति के बारे में कुछ पता नहीं लग पाया है। पीएम मोदी,राहुल गांधी और बाइडेन ने की हमले की निंदा ट्रंप पर हमले की प्रधानमंत्री मोदी ने निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मेरे दोस्त और पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर हमले से गहरी चिंता में हूं। मैं इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। मैं उनके जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना करता हूं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप की रैली में फायरिंग की घटना पर खेद जताया है। वहीं, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने बयान जारी कर बताया है कि ट्रंप पूरी तरह से सुरक्षित हैं। बता दें कि यह रैली पेन्सिलवेनिया में आयोजित हुई थी। शूटर को मौत के घाट उतार दिया गया है। इसके अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, मैं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले से बहुत चिंतित हूँ। ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भी इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा की है। ओबामा ने कहा, हालांकि हमें अभी तक ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन हम सभी को राहत महसूस करनी चाहिए कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को गंभीर चोट नहीं आई है, और हमें इस मौके का उपयोग अपनी राजनीति में शिष्टाचार और सम्मान के प्रति खुद को फिर से प्रतिबद्ध करने के लिए करना चाहिए। चार राष्ट्रपतियों की हो चुकी है हत्या अमेरिका में तत्कालीन राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति के साथ-साथ राष्ट्रपति पद के प्रत्याशियों पर जानलेवा हमलों का लंबा इतिहास रहा है। कुल मिलाकर चार राष्ट्रपतियों की अमेरिका में हत्या हुई है। इस क्रम में सबसे चर्चित अब्राहम लिंकन की हत्या है। उन्हें 14 अप्रैल 1865 को उनकी पत्नी के सामने वाशिंगटन में गोली मार दी गई थी। अगले दिन उनकी मौत हो गई थी। उनकी हत्या जॉन विलकेस बूथ ने की थी। अमेरिका के 20वें राष्ट्रपति जेम्स गारफील्ड को शपथ लेने के 6 महीने बाद ही न्यू इंग्लैंड में एक रेलवे स्टेशन पर गोली मार दी गई थी। कई हफ्तों तक मृत्यु से संघर्ष करने के बाद उनकी मौत हो गई थी। अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैक्किनले पर न्यू यॉर्क के बफैलो में सितंबर 1901 में उस वक्त हमला हुआ था, जब वे लोगों से मुलाकात कर रहे थे। उन्हें सीने में दो गोलियां लगीं, घायल राष्ट्रपति की हालत में सुधार के अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन आखिरकार उनकी मौत हो गई.अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या का मामला काफी कुख्यात रहा है। उनके ऊपर डैलास में चलते काफिले में हमला किया गया था। इस दौरान उनकी पत्नी जैकलीन कैनेडी भी उनके साथ थीं। उनके हमलावर और स्नाइपरमैन ली हार्वे ओसवॉल्ड को हत्या के कुछ घंटों के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा फ्रैंकलिन रूजवेल्ट, ट्रूमैन, जेराल्ड फोर्ड, रोनाल्ड रीगन, थियोडोर रूजवेल्ट, जॉर्ज बुश पर भी हमले हुए हैं। ट्रंप को गोली नहीं लगी कांच के टुकड़े लगे : रिपार्ट सीक्रेट सर्विस से जुड़े दो सूत्रों ने बताया है कि ट्रंप को गोली नहीं बल्कि कांच के टुकड़े लगे थे। वहीं इस गोलीबारी के दौरान घटनास्थल पर ही मौजूद कुछ पत्रकारों ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि ट्रंप को कांच के टुकड़े लगे थे, जो संभवतः फायरिंग से टूटे हुए टेलीप्रॉम्प्टर के थे। फिर भी पूरी जानकारी अभी तक साफ नहीं है, क्योंकि ट्रंप ने खुद इस घटना को गोली लगने के तौर पर बताया है। स्थानीय रिपोर्टस के मुताबिक इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि ट्रंप ने अपने चेहरे के दाहिने हिस्से को टच किया और फिर जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने उन्हें बचाने के लिए खुद को उन पर झोंक दिया। जब वे उठे, तो एजेंट उन्हें अंदर ले गए। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के चेहरे के दाहिने हिस्से से खून बहता हुआ दिखाई दिया। अंदर जाते समय उन्होंने हवा में मुट्ठी उठाई और डटे रहने का इशारा किया। कैसे हुई ट्रंप पर फायरिंग ये रही पूरी कहानी शनिवार शाम करीब सवा 06 बजे पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के दौरान गोलियां चलाई गईं। हमले के बाद ट्रंप के कान पर खून लगा हुआ था, उन्हें मंच से उतारा गया और वे सुरक्षित हैं। लेकिन अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह हमला ट्रंप को मारने की साजिश थी। रैली में ताबड़तोड़ गोलियां चलने के दौरान 78 वर्षीय नेता को मंच पर झुकते हुए देखा गया। उन्हें तुरंत सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने घेर लिया और मंच से नीचे उतार दिया। रिपब्लिकन उम्मीदवार को मंच से उतारते समय अपनी मुट्ठी उठाते और लड़ो, लड़ो कहते हुए देखा गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार, संदिग्ध शूटर की मौत हो गई है, साथ ही एक राहगीर भी मारा गया है। घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों ने घटना के बारे में बताया। एक शख्स ने बताया कि उसने ट्रंप शूटर को कुछ मिनटों तक राइफल के साथ छत पर रेंगते हुए देखा, जबकि पुलिस और सीक्रेट सर्विस ने शूटर को पहले दिखाए जाने के बावजूद उसे अनदेखा कर दिया। गोलीबारी के बाद सीक्रेट सर्विस ने उसका सिर उड़ा दिया। वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस 14 जुलाई 2024