ज़रा हटके
13-Jul-2024
...


-प्रशासन की अनुम‎ति के ‎बिना नहीं कर सकते किसी भी तरह का बदलाव लंदन (ईएमएस)। ‎ब्रिटेन में एक गांव ऐसा है जहां हर घर में हरे रंग का दरबाजा ‎मिलेगा। यहां के लोग अपने घरों में ‎किसी तरह का बदलाव अपनी मर्जी से नहीं कर सकते हैं। इसके ‎लिए उन्हें प्रशासन से अनुम‎ति लेनी होती है। हालां‎कि हर देश के अपने अलग-अलग नियम होते हैं जिनको वहां के लोग मानते हैं। पर कई बार उसी देश में कुछ ऐसे इलाके भी होते हैं जिनमें देश के नियम से अलग कानून का पालन किया जाता है। कोई नहीं जानता कि उन्हें कब से बनाया गया, पर लोग परंपरा की तरह उसे मानते चले आते हैं। ऐसा ही नियम ब्रिटेन के एक गांव में भी है। इस गांव को बेहद कड़े नियमों वाला माना जाता है जिसे भूलकर भी यहां के लोग नहीं बदलते। एक रिपोर्ट के अनुसार वेंटवर्थ नाम के ब्रिटिश गांव को टस से मस ना होने वाला गांव माना जाता है। गांव में बेहद अजीबोगरीब नियम हैं। इसका पालन लोग इसलिए करते हैं जिससे वो यहां के आर्किटेक्चर को बचा सकें और परंपराओं को आगे तक के लिए जारी रख सकें। गांव में सिर्फ एक दुकान है, दो पब हैं और एक ही रेस्टोरेंट है। यहां लोग बिल्कुल भी हड़बड़ी में नहीं रहते हैं। बताया जाता है ‎कि वेंटवर्थ गांव में घूमने के लिए कई लोग आते हैं, पर यहां बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है। गांव में ग्रीन-डोर पॉलिसी का पालन किया जाता है। यानी हर दरवाजा हरे रंग का ही होता है। गांव का संचालन एक ट्रस्ट करता है जो यहां कोई बदलाव नहीं करना चाहता। गांव में 1400 लोग रहते हैं। 300 से अधिक वर्षों से, ट्रस्ट के पास क्षेत्र में निर्णय लेने की शक्ति है, जिसके कारण संपत्तियों में 95 प्र‎‎तिशत स्वामित्व हो गया है, जबकि ग्रामीणों के पास वास्तव में अपने घर नहीं हैं, यानी वो उन घरों के मालिक नहीं हैं। इसके बजाय वे किरायेदार हैं और घरों के स्वामित्व का दावा करने में असमर्थ हैं। इस गांव के घर में किसी भी तरह का बदलाव करने के लिए लोगों को प्रशासन की अनुमति लेनी पड़ती है। एस्टेट के ग्राम प्रमुख अलेक्जेंडर ने उन संपत्तियों के बारे में बात की, जिन्हें देखकर समझ आ जाता था कि वो वेंटवर्थ का हिस्सा हैं, क्योंकि उनके दरवाजे हरे होते थे। उन्होंने कहा ‎कि जब आप वेंटवर्थ में ड्राइव करते हैं और देखते हैं कि सभी दरवाजे हरे हैं, तो आपको पता चलता है कि ये गांव एक एस्टेट गांव है। ये एक हेरिटेज का हिस्सा है। महेश/ईएमएस 13 जुलाई 2024