मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें उनके जैसा ही बल्लेबाज चाहिये था। यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक लगाया था। गावस्कर ने कहा, यशस्वी ने दिखाया है कि वे तेजी से सीखते हैं। उन्होंने जिस प्रकार की बल्लेबाजी दूसरे टेस्ट में की उसी की जरुरत थी। उस मैच में टीम को किसी ऐसे खिलाड़ी की ही जरूरत थी जो पारी को संभाल सके और उन्होंने ऐसा ही किया। वहीं कई बल्लेबाज ऐसा करने में विफल रहे। वे सभी उतरे और विकेट खोते चले गये। . गावस्कर ने साथ ही कहा, आपको ऐसे ही शॉट्स खेलने की जरूरत होती है जो थोड़ा हैरान कर देने वाले हों। कुछ समय पर बल्लेबाजों का रुख थोड़ा बदल सा जाता है। टेस्ट क्रिकेट पांच दिन का खेल है पर कभी-कभी मैच कुछ ही दिन में समाप्त हो जाते हैं। पहले टेस्ट में ओली पॉप और दूसरे में यशस्वी जायसवाल ने मैच विजेता पारियां खेली थीं। दूसरे मैच में भारतीय टीम के मध्य क्रम के विफल होने के बाद भी यशस्वी एक छोर पर जमे रहे जिससे भारतीय टीम एक बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही। यशस्वी के दोहरे शतक से ही टीम पहली पारी में 396 रनों तक पहुंची। गिरजा/ईएमएस 09 फरवरी 2024