भोपाल(ईएमएस)। अपनी कार्यप्रणाली को लेकर आये दिन चर्चा में रहने वाली नगर निगम भोपाल इन दिनो फिर सुर्खियो में है। इस बार नगर सरकार फर्जी बिल्डिंग परमिशन जारी किये जाने को लेकर चर्चा में है। सूत्रो के अनुसार फर्जीवाड़ा सामने आने पर निगम प्रशासन ने अपने स्तर पर इसकी पड़ताल की इसके बाद अब नगर निगम की बिल्डिंग परमिशन शाखा ने इसकी शिकायव कोलार थाना पुलिस से की है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मकान बनाने के लिये फर्जी ढंग से परमिशन जारी किये जाने पड़ताल जांच शुरू कर दी है। यह शिकायत सहायक यंत्री बिल्डिंग परमिशन अर्जुन सिंह की और से की गई है, जिसमें फर्जी नक्शों के जरिये अवैध भवनों की परमिशन जारी करने और भवन निर्माण करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की गई है। गौरतलब है कि करीब एक सप्ताह पहले बिल्डिंग परमिशन शाखा द्वारा ऐसे ही फर्जी निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी। इसकी शिकायत एमआईसी सदस्य ने आठ महीने पहले कमिश्नर से की थी। पुलिस का कहना है कि निगम अधिकारी की और से की गई लिखित शिकायत को जांच में लिया गया है। पुलिस तक मामला पहुचंने के बाद निमम गलियारो में हड़कंप मच गया है। सूत्रो के अनुसार यह बिल्डिंग परमिशन निगम के अधिकारी के डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग कर फर्जी ढंग से तैयार की गई है। पुलिस इस मामले में परमिशन शाखा के कर्मचारियो से पूछताछ करने के साथ ही उन लोगो से भी पूछताछ करने की तैयारी में है, जिन्हें परमिशन दी गई थी। आंशका है कि इस फर्जीवाड़े में निगम कर्मचारियो की भुमिका भी सदिंग्ध मानी जा रही है। वहीं अधिकारियो का कहना है की जॉच पूरी होने के बाद ही सामने आ सकेगा कि यह फर्जींवाड़ा किस तरह से किया गया है, और इसमें कितने और कौन-कौन लोग शामिल है। जिसके आधार पर मामला कायम किया जायेगा। जुनेद / 27 सितंबर