भोपाल, (ईएमएस)। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची में भारतीय जनता पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को मैदान में उतारा है। जबकि तीन मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है, जिसमें सीधी से भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का नाम भी शामिल है। हम बता दें कि केदारनाथ शुक्ला का नाम सीधी पेशाब कांड में उछला था। जिसमें सीधी पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को केदारनाथ शुक्ला का करीबी बताया गया था। अब भाजपा ने केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर सीधी सीट पर रीति पाठक को उम्मीदवार बनाया है। जो कि सीधी लोकसभा सीट से सांसद हैं। राजनीतिक विज्ञानियों की मानें तो भाजपा ने केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर सीधी सीट पर पेशाब कांड का डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। क्योंकि पेशाब कांड में केदारनाथ शुक्ला का नाम उछलने के बाद से विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर रहा है। ऐसे में भाजपा ने केदारनाथ का टिकट काटकर जनता के बीच में व्याप्त नाराजगी को भुनाने की कोशिश की है। हालांकि, भाजपा को इसका कितना फायदा मिलेगा, यह तो विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही पता चलेगा। दरअसल, सीधी पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को भाजपा का नेता बताया गया था। कांग्रेस ने दावा किया था कि वो स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला का विधायक प्रतिनिधि भी रह चुका है। इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। हालांकि, केदारनाथ ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा था प्रवेश शुक्ला न तो भाजपा का पदाधिकारी है और न ही वो मेरा विधायक प्रतिनिधि रहा है। हम बता दें कि विधायक केदारनाथ शुक्ला भाजपा के विंध्य क्षेत्र में भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार है। केदारनाथ शुक्ला लगातार तीन बार से विधायक हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार रहे कमलेश्वर प्रसाद द्विवेदी को करीब 20 हजार वोटों से हराया था।