तेहरान (ईएमएस)। ईरान ने साफ कर दिया है कि वह तटस्थ समुद्री क्षेत्र में स्थित गैस हिस्सेदारी को कभी नहीं छोड़ेगा। मिली जानकारी के अनुसार ईरान के तेल मंत्री जवाद ओवजी ने कहा कि ईरान अराश गैस क्षेत्र में अपना हिस्सा नहीं छोड़ेगा, जो ईरान, कुवैत और सऊदी अरब के बीच तटस्थ समुद्री क्षेत्र में स्थित है। ओवजी ने कहा कि ईरान को उम्मीद है कि संयुक्त क्षेत्र से संबंधित सभी मुद्दों को कुवैत के साथ बातचीत के माध्यम से हल किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत और सऊदी अरब में दुर्रा के नाम से जाना जाने वाला अपतटीय गैस क्षेत्र 1967 में खोजा गया था। तीन देशों के बीच स्वामित्व को लेकर विवाद के कारण इसके विकास में देरी हुई है। गौरतलब है कि मार्च 2022 में, सऊदी अरब और कुवैत ने संयुक्त रूप से क्षेत्र को विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, लेकिन ईरान ने समझौते को अवैध बताया है और कहा है कि इसने पिछली वार्ता का उल्लंघन किया है। हालांकि जुलाई में कुवैत ने कहा कि वह ईरान के साथ आधिकारिक तौर पर सीमांकित होने की प्रतीक्षा किए बिना गैस क्षेत्र में ड्रिलिंग और गैस उत्पादन शुरू कर देगा। महेश/ ईएमएस 18 सितंबर 2023