-कैमरन एक दुर्लभ जेनेटिक बीमारी की शिकार न्यूयॉर्क (ईएमएस)। स्कॉटलैंड की 74 वर्षीय जो कैमरन एक दुर्लभ जेनेटिक बीमारी की शिकार हैं। उनकी हड्डियां टूटीं, ऑपरेशन हुए। कार हादसों में कई बार उनके शरीर की नसें फट गईं, लेकिन उन्हें कभी दर्द महसूस नहीं हुआ। डॉक्टरों के मुताबिक, इसकी वजह एक जन्मजात बीमारी एनाल्जेसिया है। 2013 में डॉक्टरों ने इस बीमारी का पता लगाया था। 6 साल तक चले रिसर्च के बाद डॉक्टरों ने बताया कि एक रेयर जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से वह दर्द मुक्त हो गई हैं। इसे डॉक्टरों ने फैटी एसिड एमाइड हाइड्रॉलेज़ जीन में म्यूटेशन का नाम दिया। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम के कुछ हिस्सों में दर्द, मनोदशा, स्मृति बनाए रखने के लिए जाना जाता है।दरअसल, दर्द होना इसलिए जरूरी है कि इससे हमें पता चलता है कि हमारे शरीर में दिक्कत कहां है। तकलीफ कितनी ज्यादा है। तभी हम इसका इलाज कर पाते हैं। अगर दर्द ही नहीं होगा तो हमें पता ही नहीं चलेगा कि तकलीफ कितनी है। सही मायनों में दर्द एक अलार्म बेल की तरह होता है। जैसे ही शरीर में कहीं दर्द होता है, हमें अंदाजा हो जाता है कि कोई गड़बड़ हो गई है। ब्रेन इस बारे में हमें अलर्ट कर देता है और हम खुद को खतरों से या जो चीज दर्द देती है, उससे बचाते हैं। मगर कैमरन के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं है। कैमरन ने कहा, मुझे पता था कि मैं एक खुशमिजाज व्यक्ति हूं, लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं दुनिया में सबसे अलग हूं। मुझे नहीं पता था कि 65 साल की उम्र तक मेरे शरीर में कुछ अजीब चल रहा है। जीन और जेनेटिक म्यूटेशन का कांबिनेशन मुझे दुनिया में सबसे अलग बनाता है। ब्रेन में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के विशेषज्ञों ने पाया कि फाह आउट जीन में म्यूटेशन मॉलिक्यूलर लेवल पर अलग तरह से काम करता है, जिसकी वजह कैमरन को दर्द महसूस नहीं होता। सुदामा/ईएमएस 30 मई 2023