ज्ञान सरोवर में मीडियाकर्मियों का खुला सत्र माउंट आबू (ईएमएस)। उत्तराखंड रूडकी से डिवाइन मिरर के चीफ एडिटर एवं साहित्यकार डॉ. श्रीगोपाल नारसन ने ब्रह्माकुमारीज के मीडिया सम्मेलन में कहा कि अपनी कमियों को दूर करने से ही समाज की विसंगतियों को दूर करने की मानसिकता पुष्ट होती है। अच्छे समाचार परोसने के लिए स्वयं को भी उच्च विचारों से भरना होगा। अध्यात्म के संस्कारों से स्वयं को पोषित करना चाहिए।तभी सकारात्मक पत्रकारिता बलवती हो सकती है तथा पत्रकारिता के माध्यम से देश का उत्तरोत्तर विकास हो सकता है। नोएडा से आए चेतना मंच के एडिटर आर.पी. रघुवंशी ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के लिए जनसंचार सशक्त माध्यम के साथ उत्प्रेरक का कार्य कर रहा है। मीडिया को अपने समक्ष आ रही चुनौतियों का सामना करते हुए सही दिशा में निर्णय लेना चाहिए। पत्रकारिता के मूल सिद्वंात पैसे कमाने का साधन नहीं बल्कि देश सेवा के हैं। देश और समाज सेवा का अहम माध्यम है। सभ्य संस्कारों की शिक्षा देना, मूल्यों का प्रचार करना, परिवारों में आपसी सौहार्द को मजबूत बनाना ही पत्रकारिता के संस्कार हैं। ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर में चल रहे मीडिया सम्मेलन के खुले सत्र में मंचासीन अतिथियों के साथ साथ ऑडियंस ने भी खुलकर अपने विचार व्यक्त किये। आगरा से आये लाइव स्टोरी टाइम्स एडिटर डॉ. भानू प्रताप सिंह ने कहा कि आंतरिक सशक्तिकरण को आम आदमी की समस्याओं के निवारण में सहयोग करना मीडिया का नैतिक धर्म है। राजयोग संसार की बड़ी ते बड़ी समस्याओं को समाप्त करने में कारगर सिद्ध हो सकता है। इसके लिए मीडियाकर्मियों को निजी जीवन के स्वाथों से ऊपर उठकर विश्वबंधुत्व का प्रसार करने में प्राथमिकता देनी चाहिए। जम्मू से आए जम्मू प्रेस क्लब के जनरल सेके्रटी दिनेश मनहोत्रा ने कहा कि आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण ज्ञान सरोवर के सकारात्मक वायब्रेशन मीडियाकर्मियों को निश्चित तौर पर बेहतर विश्व के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं। मीडिया पर जो सवाल उठ रहे हैं यह कड़वा सच है। भोपाल से आए एक सत बुलेटिन के स्टेट एडिटर अभिषेक शर्मा ने कहा कि आध्यात्मिकता व मूल्यों के विकास को लेकर मीडियाकर्मियों को स्वस्थ सामग्री परोसनी होगी। आध्यात्मिकता के महत्व को समझने व महसूस करने के बाद पत्रकारिता में उत्कृष्टता लाना सुगम होगा। ग्लोबल पीस एन्शेएटिव की क्षेत्रीय निदेशिका डॉ. बिन्नी सरीन ने कहा कि राजयोग के नियमित अभ्यास से शान्ति और सभ्यता से स्वयं को भरने से मन को कन्ट्रोल करना, केयर करना, क्वालिटी पर कार्य करना सुगम हो जाता है।सम्मेलन में विभिन्न प्रस्तावों के माध्यम से सात्विक पत्रकारिता सम्बंधी निर्णय लिए गए।जिनका अनुमोदन पत्रकारों के साथ साथ ब्रह्माकुमारीज संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृतुन्जय भाई ने भी किया। .../ 8 मई 2023