मुंबई (ईएमएस)। विदेशी निवेशकों ने इस महीने अप्रैल में इस साल का सबसे ज्यादा निवेश किया है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल में 2023 में भारतीय इक्विटी में 11,631 करोड़ रुपए की अधिकत्तम खरीदारी की है। यह लगातार दूसरा महीना है, जब विदेशी निवेशकों ने पैसा निवेश किया है। आईटी सेक्टर के तकनीकी दिग्गजों में बड़े पैमाने पर बिकवाली होने के बावजूद विदेशी निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई है। सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों ने अप्रैल में लचीला प्रदर्शन दिखाया है। एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने अप्रैल 2023 में 11,631 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी। यह कर्ज और कर्ज-वीआरआर उपकरणों में किए गए निवेश से कई गुना अधिक है, जो उक्त महीने में 806 करोड़ रुपए और 1,235 करोड़ रुपए है। विदेशी निवेशकों ने 126 करोड़ रुपए के शेयर बेंचे हैं। एनएसडीएल डाटा के मुताबिक अप्रैल में विदेशी निवेशकों द्वारा मजबूत खरीदारी की गई है। भारतीय बाजार में मोटे तौर पर एफपीआई का निवेश लगभग 13,545 करोड़ रुपए है, जिसमें इक्विटी, कर्ज, कर्ज-वीआरआर आदि शामिल है। बाजार के जानकारों ने कहा कि ऐसा लगता है कि एफपीआई ने हाल के दिनों में भारत में अपनी निवेश रणनीति बदल दी है। इस साल के शुरुआत में निवेशक स्टॉक सेल कर रहे थे लेकिन पिछले दो महीने से खरीदार बढ़ रहे हैं। अप्रैल में सेंसेक्स लगभग 2,121 अंक या 3.60 फीसदी बढ़ा है, जबकि निफ्टी 50 अप्रैल महीने में 705 अंक से अधिक बढ़ा है। साल-दर-साल एफपीआई भारतीय इक्विटी में 14,579 करोड़ रुपए के साथ शुद्ध विक्रेता हैं। 2023 का सबसे अधिक बिकने वाला महीना जनवरी है जहां 28,852 करोड़ रुपए की बिक्री की है, जबकि फरवरी में एफपीआई ने 5,294 करोड़ रुपए की बिकवाली की दर्ज की थी।