नई दिल्ली(ईएमएस)। पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि श्रेयस अय्यर के पीठ के निचले हिस्से में ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर नहीं होता तो शायद रहाणे भारतीय टीम में ऐसी जगह नहीं बना पाते। उन्होंने कहा कि फ्रेक्चर के कारण श्रेयस के बाहर होने के बाद अजिंक्य रहाणे का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना तय था। गौरतलब है कि डब्ल्यूटीसी का फाइनल सात से 11 जून तक लंदन के ओवल में खेला जाएगा। रवि शास्त्री ने 2014 से 2021 के बीच सात में से छह वर्षों के लिए भारतीय टीम को कोचिंग दी है। उन्होंने उन लोगों पर कटाक्ष किया जिन्हें लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग में तीन बेहतरीन पारियां खेलने से रहाणे को भारतीय टीम के लिए चुना गया। शास्त्री ने कहा कि ऐसे लोग शायद छुट्टी पर होंगे जब रहाणे ने घरेलू सत्र में 600 (रणजी ट्रॉफी) से अधिक रन बनाये। इस पूर्व हरफनमौला ने कहा, मुझे खुशी है कि उसने इस टीम में जगह बनाई। उसने आईपीएल में खेले गए इन दो-तीन मैचों में खूबसूरती से बल्लेबाजी की है, वह शानदार फॉर्म में दिख रहा है। उसके पास मौजूद अनुभव को नहीं भूलना चाहिए। जिस समय श्रेयस अय्यर चोटिल हुए थे, आपको उस दिशा में देखना था। रहाणे की अगुवाई में भारत ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला में जीत दर्ज की थी। इसे विदेशी सरजमीं पर भारतीय टीम की सबसे बड़ी जीत में से एक माना जाता है। कोच रवि शास्त्री ने कहा कि यह बहुत बड़ा मैच है और आपको अपने अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत होगी। यह मत भूलिए कि ढाई साल पहले, उस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट श्रृंखला में परचम लहराया है। टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली के जाने (पितृत्व अवकाश पर) के बाद उन्होंने कमाल का काम किया। शास्त्री ने रहाणे की वापसी को उनके प्रभावशाली घरेलू प्रदर्शन का इनाम बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि उसने सिर्फ तीन आईपीएल मैचों में अच्छा खेला इसलिए वह टीम में है। शास्त्री ने इस मौके पर चयनकर्ताओं की बैठक में कोच को शामिल करने की मांग की। बीसीसीआई के संविधान में चयन बैठकों में कोच भाग नहीं ले सकता। इसमें केवल कप्तान ही भाग ले सकता है, लेकिन उसके पास भी मतदान का अधिकार नहीं होगा। महेश/ईएमएस 30 अप्रैल 2023